ब्यूरो रिपोर्ट|समय नेशनल

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (30 मार्च) को लोगों से अपील की कि वे किसी भी उकसावे में न आएं, जिससे सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
कोलकाता के ‘रेड रोड’ पर ईद की नमाज के दौरान ममता बनर्जी ने कहा ‘दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही है, कृपया इस जाल में न फंसें. राज्य सरकार अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी है और किसी को भी तनाव पैदा नहीं करने देगी.’ उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सरकार सभी समुदायों के साथ समान रूप से खड़ी है और राज्य में भाईचारे की भावना को मजबूत बनाए रखेगी.
भाजपा पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा ‘अगर भाजपा को अल्पसंख्यकों से समस्या है तो क्या वे देश का संविधान बदल देंगे?’ उन्होंने भाजपा की ‘विभाजनकारी राजनीति’ का विरोध करते हुए इसे ‘जुमला राजनीति’ बताया, जिसका मकसद लोगों को धर्म के आधार पर बांटना है. इसके साथ ही उन्होंने वामपंथियों पर भी हमला बोलते हुए कहा ‘लाल और भगवा अब एक हो गए हैं, लेकिन मैं आपको कोई नुकसान नहीं होने दूंगी.’
अभिषेक बनर्जी का भाजपा पर हमला
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी भाजपा पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा ‘पिछले लोकसभा चुनावों में हमने मिलकर भाजपा को रोका.’ उन्होंने भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति पर सवाल उठाते हुए कहा ‘भाजपा कहती है ‘हिंदू खतरे में हैं’ उनके सहयोगी कहते हैं ‘मुसलमान खतरे में हैं’, लेकिन सच तो ये है कि उनकी राजनीति की वजह से पूरा देश खतरे में है.’
मैं जान दे दूंगा, लेकिन सिद्धांतों से नहीं भटकूंगा- अभिषेक बनर्जी
अभिषेक बनर्जी ने सभी धर्मों की एकता का संदेश देते हुए कहा ‘चांद का कोई धर्म नहीं होता.’ उन्होंने लोगों से एकजुट रहने का आग्रह करते हुए कहा ‘हमें एकता बनाए रखनी चाहिए और मिलकर रहना चाहिए. मैं अपनी जान दे दूंगा, लेकिन अपने सिद्धांतों से नहीं भटकूंगा.’ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वे राज्य में विभाजन और सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने के किसी भी प्रयास का मजबूती से विरोध करेंगे.