अरुण कुमार गुप्ता|समय नेशनल

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहलगाम हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई को ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित करने का निर्देश दिया है. इस मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन, नागरिकों को हमले की स्थिति में सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण देना, और बंकरों व खाइयों की सफाई जैसे अभ्यास किए जाएंगे. युद्ध सायरन एक विशेष प्रकार का वॉर्निंग सिस्टम होता है, जिसकी आवाज तेज और कंपनयुक्त होती है, जिससे यह सामान्य हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से अलग पहचाना जा सकता है.
आपको सिर्फ यह करना है …
7 मई को हवाई हमले से बचने की ड्रिल करवाई जा रही है ताकि हम सुरक्षित रहें और मानसिक रूप से तैयार हों।
घबराएं नहीं। बच्चों को अवश्य जागरूक करें।
हवाई हमले से बचाव की चेकलिस्ट मोबाइल में सेव करके रखें।
- अलर्ट और सतर्कता
- एयर रैड सायरन की आवाज़ पहचानें
- मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुनें
- अफवाहों पर विश्वास न करें, केवल आधिकारिक सूचना पर ध्यान दें।
- सुरक्षित स्थान (शरणस्थल)
- निकटतम बंकर या शरणस्थल की जानकारी रखें
- अपने घर में मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा तैयार रखें
- शरणस्थल तक जल्दी पहुँचने का रास्ता पहले से तय करें
- जरूरी वस्तुएँ तैयार रखें
- पीने का पानी (कम से कम 3 दिन का)
- सूखा भोजन (बिस्किट, ड्राई फ्रूट्स आदि)
- प्राथमिक चिकित्सा किट
- टॉर्च और एक्स्ट्रा सेल
- पोर्टेबल रेडियो
- जरूरी दस्तावेज़ (ID, मेडिकल रिपोर्ट, बैंक डिटेल्स)
- मोबाइल चार्जर / पावर बैंक
- अंधेरा और सुरक्षा
- रात में सभी लाइटें बंद रखें (ब्लैकआउट)
- खिड़कियों पर मोटे पर्दे, काले कागज़ या ब्लाइंड लगाएँ
- शीशे से दूर रहें, ज़मीन पर लेट जाएँ
- अभ्यास और तैयारी
- परिवार के साथ हवाई हमले की ड्रिल करें
- बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया सिखाएँ
- पड़ोसियों के साथ आपसी सहयोग सुनिश्चित करें
- हमले के बाद क्या करें
- बाहर तभी निकलें जब सरकारी निर्देश मिले
- घायल हों तो प्राथमिक उपचार करें
- संदिग्ध वस्तु या बम दिखे तो छुए नहीं — पुलिस को सूचित करें। धन्यवाद।