अरुण कुमार गुप्ता|समय नेशनल

शिवसेना उपनेता संजय निरुपम ने ठाकरे भाइयों को आड़े हाथ लेते हुए मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद में कहा की उद्धव ठाकरे ने सत्ता के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन कर बालासाहेब के विचारों के विरुद्ध कदम उठाया है। वहीं, राज ठाकरे की हिंदी और हिंदुत्व विरोधी भूमिका भी बालासाहेब के मूल विचारों के खिलाफ है। ठाकरे ब्रांड की नींव प्रबोधनकार ठाकरे जी ने रखी थी और बालासाहेब ठाकरे जी ने उसे एक पहचान दी थी। जब तक बालासाहेब थे, तब तक यह ब्रांड जीवित था, लेकिन आज के ठाकरे उनके विचारों से भटक चुके हैं, इसलिए वे ठाकरे ब्रांड के असली वारिस नहीं हो सकते।
“स्थानीय चुनाव से पहले जनता की भावनाएं भड़काने का प्रयास शुरू“- संजय निरुपम
निरुपम ने कहा कि हर बार जब बीएमसी चुनाव नजदीक आता है, तो कुछ लोग “मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश” कर रहे है ऐसी भावनात्मक भाषा बोलकर जनता को भड़काने का काम करते हैं। हाल ही में सामना को दिए गए एक इंटरव्यू में और मीरा रोड की सभा में ऐसी ही बातें कही गईं। लेकिन सच यह है कि मुंबई महाराष्ट्र की थी, है और रहेगी। मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने का कोई भी प्रयास सफल नहीं हो सकता। अगर कोई ऐसी कोशिश करेगा, तो शिवसेना उसे करारा जवाब देगी।
निरुपम ने कहा कि शिवसेना के मुख्य नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी ही बालासाहेब के तेजस्वी विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं उन्होंने कहा कि जो लोग ठाकरे ब्रांड की विरासत की बात करते हैं, वे अपने बेटे को भी चुनाव नहीं जिता पाए – यह तंज उन्होंने राज ठाकरे पर कसा साथ ही, उन्होंने आदित्य ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि विधान भवन की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार के मंत्रियों का मजाक उड़ाना ठाकरे ब्रांड नहीं हो सकता।
निरुपम ने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे जी ने ढाई साल मुख्यमंत्री रहते हुए मराठी भाषा, मराठी संस्कृति और मराठी मानुष के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए और उन्हें लागू भी किया। आज मराठी आदमी के सम्मान और आत्म गौरव का प्रतीक केवल एकनाथ शिंदे जी हैं। महाराष्ट्र में आज केवल दो बड़े ब्रांड हैं – देवेंद्र फडणवीस जी और एकनाथ शिंदे जी ठाकरे ब्रांड की तुलना में शिंदे ब्रांड कहीं अधिक मजबूत और लोकप्रिय है। इसी वजह से जनता ने शिवसेना को भारी मतों से विजयी बनाया।
निरुपम ने कहा कि जब उबाठा का BMC पर नियंत्रण था, तब 131 मराठी स्कूल बंद हो गए और मराठी छात्रों की संख्या 40% तक घट गई अधिकतम ठेके अमराठी ठेकेदारों को दिए गए, जिनका उबाठा से सीधा संबंध था।
निरुपम ने एक और बड़ा दावा करते हुए कहा कि उबाठा के 70 से 75% सांसद और विधायक पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही कई विधायक उद्धव ठाकरे की कार्यशैली से तंग आकर पार्टी को अलविदा कह देंगे।
मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट केस के सभी 12 आरोपियों को अदालत द्वारा बरी किए जाने पर निरुपम ने कहा कि इस मामले की नए सिरे से जांच होनी चाहिए। सरकार इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी और जांच के बाद केस को मज़बूती से कोर्ट में पेश किया जाएगा, ऐसा विश्वास उन्होंने व्यक्त किया।